जनसेवा और राजनीतिक समर्पण का प्रेरणास्रोत
जन्म तिथि: 10 जनवरी 1948
जन्म स्थान: ग्राम फरीदपुर खुशहाल, विधानसभा बहजोई, उत्तर प्रदेश
जन्म तिथि: 10 जनवरी 1948
जन्म स्थान: ग्राम फरीदपुर खुशहाल, विधानसभा बहजोई, उत्तर प्रदेश
श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी का जन्म 10 जनवरी 1948 को उत्तर प्रदेश के बहजोई विधानसभा क्षेत्र के ग्राम फरीदपुर खुशहाल में हुआ। इनके पिता स्वर्गीय श्री बिशनलाल सिंह यादव उत्तर प्रदेश की तीसरी विधानसभा के सदस्य रहे और कैबिनेट मंत्री के रूप में तीन बार शपथ ली। स्वर्गीय बिशनलाल जी ने प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से 1962 में बहजोई से चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा और राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी ने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। उन्होंने 1980 में कांग्रेस पार्टी से संभल लोकसभा क्षेत्र से सांसद बनकर संसद में कदम रखा और कई महत्वपूर्ण संसदीय समितियों का हिस्सा रहे। इमरजेंसी के बाद के दौर में वह इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में जेल भी गए। वे उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे और श्रम एवं दुग्ध विकास जैसे विभागों का सफल संचालन किया।
स्वर्गीय श्री बृजेंद्र पाल सिंह यादव जी की धर्मपत्नी कुसुमलता यादव जी भी एक मजबूत और प्रभावशाली नेता के रूप में उभरीं। उन्होंने 1995 में मुरादाबाद की पहली महिला जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में शपथ ली और 2000 तक इस पद पर कार्य किया। बाद में वह पुनः 2006 से 2011 तक इसी पद पर रहीं। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जनपद के ग्रामीण विकास में सराहनीय योगदान दिया।
उनकी पहचान एक शिक्षित, दृढ़ संकल्पित और दबंग महिला नेत्री के रूप में बनी। मुरादाबाद, संभल और अमरोहा जनपदों के हजारों ग्रामीण आज भी उनकी कार्यशैली और जनसेवा को याद करते हैं।
श्री बृजेन्द्र यादव जी की सुपुत्री श्रीमती पिंकी यादव जी ने 2012 में असमोली विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी बनकर जीत हासिल की और उत्तर प्रदेश विधानसभा पहुंची। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में असमोली को एक मॉडल विधानसभा बनाने का प्रयास किया।
श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी का परिवार उत्तर प्रदेश की राजनीति में सेवा, समर्पण और विकास का प्रतीक रहा है। तीन पीढ़ियों से यह परिवार जनता के हित में समर्पित भाव से कार्य करता आ रहा है। इनकी राजनीतिक यात्रा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती है।
श्री बृजेंद्र पाल सिंह यादव जी की सबसे बड़ी विशेषता उनकी सादगी और ईमानदारी थी। उन्होंने कभी भी अपने पद का दुरुपयोग नहीं किया और हमेशा अपने क्षेत्रहित को प्राथमिकता दी। उन्होंने अपने परिवार के लिए कोई विशेष सुविधाएं नहीं मांगीं। वे जनता के लोकप्रिय नेता और उन्होंने सबके दिलों में अपनी जगह बनाई थी। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि एक सच्चा नेता वही होता है, जो सादगी और ईमानदारी के साथ अपने क्षेत्र की जनता की सेवा करें। उनके सिद्धांत केवल गरीब पिछड़े, दलित,अल्पसंख्यक, किसान, युवाओ के लिए समर्पित थे।
उनके द्वारा क्षेत्र में विधायक निधि से एवं सांसद निधि से ग्रामीण क्षेत्रों में अनेकों विकास कार्य किए गए। उनके क्षेत्र और उनके चाहने वाले सभी लोग आज भी उन्हें एवं उनके द्वारा लिए गए कार्य को याद करते हैं।
“राजनीति में कदम और संघर्ष”
पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए, श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी ने मात्र 32 वर्ष की आयु में राजनीति में सक्रिय कदम रखा। वर्ष 1980 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर संभल लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए।
वे लोकसभा की दूरसंचार, पेट्रोलियम और रसायन संबंधी समितियों के सक्रिय सदस्य रहे।
1977 में स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी जी के समर्थन में ‘जेल भरो आंदोलन’ के तहत 11 दिन मुरादाबाद जेल में बंद रहे। उनकी इस निष्ठा को देखते हुए स्व. इंदिरा गांधी जी ने श्री राजेश पायलट जी को मुरादाबाद भेजा।
“सामाजिक एवं शैक्षिक योगदान”
जूनियर हाई स्कूल, रामताल नादौस के प्रबंधक एवं
माध्यमिक विद्यालय किसौली के अध्यक्ष के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया।
संभल लोकसभा क्षेत्र में स्कूल, अस्पताल, बिजलीकरण एवं सड़क निर्माण कार्यों में श्रमदान और नेतृत्व प्रदान किया।
“राज्य मंत्री के रूप में योगदान”
2 अगस्त 1988 से 5 दिसंबर 1989 तक उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी जी की सरकार में वे श्रम एवं दुग्ध राज्य मंत्री रहे।
👉उन्होंने:
1985 में कांग्रेस पार्टी के मंडलीय सचेतक के रूप में,
1985–1987 में विधानसभा प्रश्न एवं संदर्भ समिति में,
1997–1998 में संसदीय शोध, संदर्भ एवं अध्ययन समिति में सक्रिय भूमिका निभाई।
“जनप्रिय विधायक”
स्वर्गीय श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी बहजोई विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक निर्वाचित हुए। अपने 44 वर्षों के राजनीतिक जीवन में उन्होंने हमेशा जनहित को प्राथमिकता दी और क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में सहभागी रहे।
“आज भी अमर है स्मृति”
उनकी नीतियां, कार्यशैली और जनसेवा की भावना आज भी क्षेत्र की जनता के हृदय में जीवित हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक अहम और ऐतिहासिक भूमिका निभाई।
“राजनीतिक विरासत और जनसेवा की मिसाल”
श्री बृजेंद्र पाल सिंह यादव जी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कुसुम लता यादव जी ने अपनी निःस्वार्थ सेवा और समर्पण से क्षेत्र में एक अनुकरणीय मिसाल स्थापित की है।
“राजनीतिक सफर में नई दिशा”
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके स्वर्गीय श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी ने कांग्रेस सरकार से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली और अपने नीति राजनीतिक जीवन का शुरू किया।
वर्ष 1993 में समाजवादी पार्टी ने उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कुसुम लता यादव जी को बहजोई विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया। वह केवल 250 मतों से चुनाव हारी।
वर्ष 1996 में मुरादाबाद जनपद के समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के पद पर भी कार्य किया और स्वर्गीय श्री मुलायम सिंह यादव जी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सबसे करीबी नेताओं में से एक रहे, साथ ही मुलायम सिंह यादव जी की सरकार में विभिन्न पदों पर भी कार्य किए
मुलायम सिंह यादव जी की सरकार में राज्य मंत्री की भूमिका निभाई और उनके साथ-साथ एवं रमेश फ़ेडरेशन के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
निष्कर्ष श्री बृजेन्द्र पाल सिंह यादव जी का परिवार उत्तर प्रदेश की राजनीति में सेवा, समर्पण और विकास का प्रतीक रहा है। तीन पीढ़ियों से यह परिवार जनता के हित में समर्पित भाव से कार्य करता आ रहा है। इनकी राजनीतिक यात्रा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती है